रामलाल मेघवाल व मंजू मेघवाल बोले, बाहरी प्रत्याशी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, 5 तारीख के बाद लेंगे चुनाव लड़ने का फैसला
जालोर। कांग्रेस हाई कमान द्वारा रानीवाड़ा की पूर्व प्रधान तथा सांचौर के झाब गांव निवासी रमीला मेघवाल को जालौर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद सांचौर के तरह अब जालौर में भी बगावत के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं, रमिला मेघवाल के नाम की घोषणा होते ही बुधवार को जालौर के पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल के निवास पर उनके दर्जनों समर्थकों की मौजूदगी में पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल तथा पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष इंदु परिहार ने भी रामलाल मेघवाल के साथ मिलकर निर्दलीय रूप से पर्चा भरने के संकेत दे दिए हैं। पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल ने कहा कि पार्टी ने सर्वे को दरकिनार किया और बाहरी प्रत्याशी को जालौर से उतार दिया उसे जालौर की जनता तथा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे, मेघवाल ने कहा कि गुरुवार को सायला के देवासी समाज भवन में आम कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई है, जिसमें 5 तारीख तक प्रतीक्षा किए जाने के बाद आगामी रणनीति बनाई जाएगी। मेघवाल ने कहा कि अगर किसी स्थानीय उम्मीदवार को टिकट दिया जाता है तो वह पार्टी के साथ रहेंगे और स्थानीय उम्मीदवार को जीतने का वार्षिक प्रयास करेंगे लेकिन बाहरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पत्रकारों को संबोधित करते हुए पूर्व जिला प्रमुख तथा पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मंजू मेघवाल ने कहा कि जालौर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांगने वाले पांच प्रबल दावेदारों का नाम ही पैनल में गया था और अंत तक इन्हीं नामों पर चर्चा भी चली थी तो आखिरकार एन मौके पर कैसे पैराशूट उम्मीदवार उतारा गया, उन्होंने कहा कि अगर पार्टी 5 तारीख तक अपना निर्णय नहीं बदलती है तो वे तथा रामलाल मेघवाल मिलकर कठोर निर्णय ले सकते हैं।
आज सायला में एकत्रित होंगे रामलाल व मंजू के समर्थक, आगामी रणनीति पर चर्चा
आज जालौर विधानसभा क्षेत्र के सायला उपखंड मुख्यालय स्थित देवासी समाज छात्रावास में रामलाल मेघवाल तथा मंजू मेघवाल द्वारा अपने समर्थकों की एक बैठक आयोजित की जा रही है जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि आगामी 5 नवंबर तक अगर पार्टी अपने निर्णय को वापस नहीं लेती है तो कार्यकर्ताओं की मांगों के अनुरूप संयुक्त रूप से स्थानीय उम्मीदवार मिलकर किसी एक प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारेंगे।
रामलाल व मंजू की बड़ी हार बना मुख्य मुद्दा जिसके चलते रमीला मेघवाल पर खेला गया दाव
वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अमृता मेघवाल के सामने चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के कैंडिडेट तथा पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल ने करीब 46 हज़ार 800 मतों से पराजय हासिल की थी और उनके बाद 2018 के विधानसभा चुनावों में जब मंजू मेघवाल को मैदान में उतारा गया तब भाजपा प्रत्याशी गर्ग के समक्ष वे भी 35 हज़ार 234 मतों से पराजित हुई थी, ऐसे में पार्टी द्वारा सर्वे किए जाने के बाद जब कार्यकर्ताओं ने किसी नए उम्मीदवार को चेहरा बनाए जाने की मांग रखी तब पार्टी हाईकमान ने रमीला मेघवाल को जालौर की सीट से उम्मीदवार बना दिया, अब जब रमीला मेघवाल के नाम पर अंतिम मोहर लग गई है तो पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल तथा पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल अपना विरोध दर्ज करवाते हुए पार्टी हाईकमान को टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं।