जालोर। राजस्थान मिशन 2030 को सफल बनाने हेतु जालोर वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन की जिला स्तरीय हितकारिक परामर्श बैठक व वार्ता ग्रेनाईट एसोसिएशन हॉल जालोर में राजस्थान प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व वन विभाग जालोर के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुई जिसमें वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के जिला स्तरीय सेक्टोरल ने भाग लिया।कार्यक्रम उप वन संरक्षक देवेन्द्रसिंह भाटी के निर्देशन व मुख्य आतिथ्य एवं राजस्थान प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड टीम द्वारा आयोजित किया गया । कार्यक्रम में उपस्थित हितधारकों को राजस्थान मिशन-2030 विजन 2030 के उद्देश्य तथा सुझाव प्राप्त करने के विभिन्न माध्यमों / स्टेप्स का ऑडियो प्रस्तुतीकरण दिया गया तत्पश्चात वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन द्वारा विज़न 2030 के सन्दर्भ में किए गए एवं प्रस्तावित कार्यों व नवाचारों के बारे में जानकारी दी गई कार्यक्रम की इसी कड़ी में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के सक्रिय सदस्यों, विषय विशेषज्ञों, वन्यजीव विशेषज्ञ एवं वन सुरक्षा समिति के सदस्यों द्वारा राजस्थान को 2030 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने के मुख्यमंत्री राजस्थान मिशन-2030 को साकार करने के लिए विभिन्न नवीन, नवाचार, दूरदर्शी सुझाव कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए जिसका संकलन किया गया ।साथ ही प्रत्येक हितधारक से लिखित में सुझाव प्राप्त किए गए। प्राप्त महत्वपूर्ण सुझावों में ग्रेनाईट स्लरी पाउडर का निस्तारण, वन एवं वन्यजीव की सुरक्षा पर ध्यान देने, जैविक खेती की जागरूकता, बांधों व जलाशयों की सिल्ट का उपयोग कर भराव क्षमता बढ़ाने, वृक्षारोपण के साथ संरक्षण पर जोर, वेस्ट रिसायकलिंग जोन को बढ़ावा देने, हानिकारक वानस्पतिक घास आदि की रोकथाम, क्लॉथ बैग को सुलभ बनाने एवं मूलभूत सुविधाओं इत्यादि के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी तथा प्रदूषण नियंत्रण उपकरण व्यवस्था में प्रोत्साहन के संबंध में सुझाव प्राप्त हुए।कार्यक्रम के दौरान जालौर उपखंड अधिकारी प्रमोद सिरवी, जालोर क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रकाश चौधरी, कनिष्ठ अभियंता वेदांत सोंलकी, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कनिष्ठ अभियंता शंकरलाल, क्षेत्रीय वन अधिकारी जसवंतपुरा रायचंदराम, क्षेत्रीय वन अधिकारी भीनमाल सुरेन्द्रसिंह, क्षेत्रीय वन अधिकारी भंवरसिंह व सहित वन विभाग के कार्मिक उपस्थित रहे। इस मौके पर मंच का संचालन सहायक वनपाल ईश्वरसिंह राव द्वारा किया। गया।