बच्चां के शारीरिक और बौद्धिक विकास पर हानिकारक प्रभाव डालता है कृमि संक्रमण – जिला कलक्टर
जालोर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को जिलेभर के राजकीय विद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों व आंगनवाड़ी केन्द्रों पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर बच्चों व किशोरों को कृमि मुक्ति दवा एलबेंडाजोल खिलाई गई।इस अवसर पर जिला कलक्टर निशांत जैन द्वारा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रताप चौक जालोर में छात्राओं को कृमि मुक्ति दवा एलबेंडाजोल खिलाई गई। इस दौरान जिला कलक्टर निशान्त जैन ने बताया कि कृमि संक्रमण बच्चों के शारीरिक विकास, हिमोग्लोबिन स्तर, पोषण और बौद्धिक विकास पर भी हानिकारक प्रभाव डालता है। निश्चित समयांतराल पर कृमि मुक्त दवा से कृमि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए उड़ान योजना, अनीमिया मुक्त जालोर अभियान, टीबी रोग आदि के बारे में चर्चा की।कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमाशंकर भारती ने बताया कि जिले में 1 से 19 साल तक के सभी बच्चों को कृमि मुक्ति के लिए एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके तहत जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों, आंगनवाडी केंद्रों व शिक्षण संस्थानों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बच्चों को दवा खिलाई गई। एएनएम, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों, उप स्वास्थ्य केंद्रों एवं शहरी क्षेत्रों में अरबन पीएचसी पर 1 से 19 साल तक के बच्चों, किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजॉल की दवा खिलाई गई।उन्हांने बताया कि 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली पीस कर चम्मच से पानी मिलाकर पिलाई गई। वहीं 3 से 19 साल तक के बच्चों को 400 एमजी की एल्बेंडाजॉल की पूरी एक गोली चबाकर पानी के साथ दी गई। विभाग की ओर से 11 सितंबर को मॉपअप दिवस मनाया जाएगा। आशा सहयोगिनियों द्वारा 1 से 19 आयु वर्ग के बच्चों, किशोर व किशोरियों को आंगनबाडी केंद्रों, उप स्वास्थ्य केंद्रों एवं यूपीएचसी पर एल्बेंडाजॉल की गोली का सेवन करने के लिए प्रेरित कर मोबिलाइज किया जाएगा। एएनएम, आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा इस आयु वर्ग के बच्चों को अपने सामने ही गोली खिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन जिला कार्यक्रम प्रबन्धक चरणसिह ने किया।इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक श्रीराम गोदारा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) मोहनलाल परिहार, प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. पूनम टांक व प्रधानाचार्य ज्ञानी राठौड़ सहित विद्यालय के अध्यापक व छात्राएं उपस्थित रही।