सात साल से धरना जारी, चार धरनार्थियों का हो चुका स्वर्गवास


गांवों के बीच नहर, किसान बून्द बून्द का मोहताज : श्रवणसिंह राव बोरली

किसानों पर अत्याचारों की सारी हदें पार कर रही सरकार

सांचौर। लोकतान्त्रिक तरीके से अपने हक की लड़ाई लडऩे वाले देश के अन्नदाताओं का धरना पिछले 2661 दिनों से हेमागुड़ा में चल रहे धरने पर सोमवार को भाजपा जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह राव बोरली पहुंचे। जहां उन्होंने किसानों की मांगों को सुना एवं हर किसानों के हर संघर्ष में अपना सहयोग देने की बात कहीं। उन्होंने बताया कि पिछले 7 वर्षों से चल रहे किसानों के धरने को लेकर सरकार द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं करना बेहद निंदनीय हैं। देशवासियों के पेट भरने वाले किसानों को खेती करने के लिए सरकार पानी उलब्ध करने में सक्षम नही हैं। अपने हक की लड़ाई को लोकतांत्रिक रूप से लड़ रहे हैं, लेकिन सरकार या नेता उनकी आवाज सुनने को तैयार नहीं। किसानों के खेतों में से गुजरने वाली नर्मदा नहर के पास का 5000 हेक्टेयर भूखंड को विभाग द्वारा अंकमाण्ड क्षेत्र घोषित कर दिया गया। जिसको कामण्ड क्षेत्र में लेने की जायज मांग को लेकिन धरने पर बैठे किसानों की मांगों को पिछले साल वर्षों से अभी तक नही सुना गया। इस दौरान धरना स्थल पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह राव बोरली सहित किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष दीपाराम सारण, सोहन सिंह रणोदर, प्रकाश चौधरी, भगाराम देवासी, जीवाराम राठौड़ रणोदर, चेनाराम जाट, भगाराम साहू, कल्ला राम सुथार, भेराराम भादू, वगताराम जाणी, पूनमाराम भादू, सगराराम मेघवाल, भंवराराम जाट, पहाड़सिंह राव बोरली एवं स्थानीय नागरिक, किसान बंधु मौजूद रहे। -धरनार्थियों की हो चुकी मौत, सरकार अब तक नहीं कर रही सुनवाई धरने को प्रारम्भ करने वाले किसानों में से चार किसानों भेराराम सारण, रायचंद राम, मनरूप सुथार और लालाराम साहू की मृत्यु होने के बावजूद सरकार अब तक मौन। परिजनों की मांग की 20 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन अनकमाण्ड क्षेत्र में हैं, अब तो पानी दें। -लूनी नदी में व्यर्थ बहा रहे ओवरफ्लो पानी संघर्ष समिति के अध्यक्ष दीपाराम बिश्नोई से विशेष संवाद में बताया कि धरने से 2 किलोमीटर दूरए नहर ओवरफ्लो के कारण पानी को लूनी नदी में छोड़ा जा रहा हैं, जहां खेत पानी की अधिक आवक से खराब हो चुके हैं और सरकार उनको खराबी का मुआवजा भी देती है, लेकिन यहां जमीन फिर भी प्यासी हैं। -कई मंत्री-नेताओं ने किया दौर, कार्यवाही अभी तक नही धरनार्थियों को आश्वासन देने के लिए स्थानीय नेताओं और मंत्रियों ने कई दौरे कर मौका मुआयना किया, लेकिन किसानों की मांगों को लेकर अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही हुई। -किसानों की मांगों को सरकार माने, अन्यथा जिले में होगा बड़ा आंदोलन भाजपा जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह राव बोरली ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में किसानों पर अत्याचारों की सारी हदें सरकार ने लांघी है, जिसके कारण आज किसान आत्मदाह करने को मजबूर हैं। किसानों के कर्जमाफी का झूठा लॉलीपॉप देकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार आज किसानों का खून चूचने का काम कर रही हैं। धरणे पर बैठे किसानों की मांगों को सरकार सुने, अन्यथा जिले में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!