रानीवाड़ा को जालोर में रखने को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन दूसरे दिन भी रहा जारी


रानीवाड़ा संपूर्ण बाजार रहा बंद, समस्त व्यापारी संघ ने दिया धरना


रानीवाड़ा। रानीवाड़ा तहसील को सांचौर जिले में जोड़ने के विरोध में गुरूवार को रानीवाड़ा संघर्ष समिति के बैनर तले पंचायत समिति के सामने प्रारंभ किया गया अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। संपूर्ण रानीवाड़ा का बाजार बंद रहा, धरना प्रदर्शन में समस्त व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर समर्थन दिया। धरना प्रदर्शन में ग्रामीणों ने रानीवाड़ा क्षेत्र को जालोर में रखने या भीनमाल को नया जिला बनाकर शामिल करने की मांग की जा रही हैं। रानीवाड़ा विधायक नारयणसिंह देवल ने कहा कि रानीवाड़ा जनता की जो मांग है मैं उस मांग के साथ हूं, क्योंकि लोकतंत्र के अंदर हम जानते हैं कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और इस लोकतंत्र के अंदर जो जनता चाहती है उसके अनुरूप फैसला होना चाहिए। देवल ने कहा कि मुख्यमंत्री यहां कार्यक्रम में सांचौर आए, नए जिलों को लेकर और मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग तो सो रहे थे और सुबह उठते ही जिला बन गया। तो मैं मुख्यमंत्री से यह पूछना चाहता हूं कि जिले की मांग किसने की। देवल ने कहा कि रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की 13 पंचायत सांचौर में रहना चाहती है तो मैं उनकी भावनाओं की कदर करता हूं उनको आप सांचौर में ही रखें, परंतु रानीवाड़ा जनता की जो मांगे है उस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए और वैसे रानीवाड़ा विधानसभा के साथ बड़ा अन्याय किया है जसवंतपुरा को इन्होंने जालोर में डाल दिया और रानीवाड़ा को सांचौर में डाल दिया। मैं यहा का जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे दो जिलों के अधिकारियों से बात करनी पड़ेगी यह बिल्कुल सरासर गलत है। सरकार ने 19 जिलों की आनन फानन में घोषणा कर दी, एक जिले को लेकर 20 हजार करोड़ बजट की घोषणा चाहिए, 40 हजार करोड़ रुपए सरकार के पास नहीं है। मुख्यमंत्री कहने लग गए आप मांगते मांगते थक जाओगे, मैं देते-देते नहीं थकुंगा। मुख्यमंत्री आपने 19 बोर्ड बना दिए विधानसभा में हम लोगो ने पूछा कि 19 बोर्ड में आपने कितने बोर्ड फाइनेंस का पावर दिया, कितने बोर्ड को पैसे दिए, कितने बोर्ड को ऑफिस एलॉट कर दिए, सरकार ने 19 बोर्ड में एक भी वित्त का प्रावधान नहीं दिया और सरकारी दफ्तर इनको एलॉट नहीं किये, यह सिर्फ घोषणा है। तो मैं रानीवाड़ा की जनता के साथ में हूं और जो जनता चाहती है उसके अनुरूप सरकार को फैसला लेना चाहिए। हम लोगों ने सरकार से कहा नए जिले बना तो जितने भी जनप्रतिनिधि है पंचायत राज के हो, पूर्व जनप्रतिनिधि हो, विधायक, पूर्व विधायक, सांसद, पूर्व सांसद हो उनको आप पूछो, जनता को पूछो, जनता के बड़े बुजुर्गों से पूछो कि आपकी भावना क्या है सरकार ने बिल्कुल किसी को नहीं पूछा। आनन फानन में जिलों की घोषणा कर दी। देवल ने कहा कि जनता की जो मांगे उसके अनुरूप आप वहां आओ लोगों से पूछो तो दूध का दूध पानी का पानी होगा, परंतु सरकार ने आनन-फानन में पूरे वोटों की खातिर जिले बनाए और आप देख रहे हो जगह-जगह धरना प्रदर्शन इन जिलों को लेकर हो रहे। यह मुख्यमंत्री को समझना चाहिए जनता की जैसी भावना है उनके अनुरूप काम करना चाहिए। रानीवाड़ा पूर्व विधायक रतन देवासी ने कहा कि यह धारणा किसी पार्टी का नहीं है और ना है किसी के विरोध में है क्योंकि मैंने यह कई लोगों को कहा था कि सरकार से मांग कर रहे हैं अपनी बात रख रहे हैं और उसके कारण गिना रहे क्या कारण है अभी तो हम सिर्फ बात ही कर रहे मुख्य कारण किसी ने नहीं गिनाए है क्यों, क्या कारण है और वह नहीं बताओगे तो यह बात सही रूप से कैसे पहुंचेगी। देवासी ने कहा कि आप सब लोग यहां उपस्थित है गलत बात कहूंगा नहीं, भरोसे की बात कहूंगा नहीं, जो सही होगा वहीं बोलूंगा। कोई परिणाम आने की संभावना होती है या बात ढंग से पहुंचे की संभावना हो सकती है क्योंकि आज नहीं 2 महीने बाद 4 महीने बाद 6 महीने बाद वहीं बात सामने आएगी फिर फर्क का पता चल जाता है कौन झूठ बोल रहा था कौन सही बोल रहा था। देवास कहा कि अगला मुख्यालय 40 किलोमीटर है दूसरा 100 किलोमीटर दूर है तो उसका क्या कारण है इतना दूर जाने को तैयार है पास जाने को तैयार नहीं है जो भी चीजें खुलकर निडर होकर लिखनी पड़ेगी और बतानी पड़ेगी बंधी हुई रहेगी वह काम नहीं आएगी खुल के लिखेंगे वह काम आएगी, तो सारी बात सामने आ जाएगी कुछ बाकी नहीं रहेगा। और यह भी हमको बताना पड़ेगा कि जब बजट में प्रथम सप्ताह अप्रैल में मुख्यमंत्री ने राजस्थान में 19 जिलों की घोषणा की उस दिन उसके बाद में जब कैबिनेट की मीटिंग हुई उस दिन, मीटिंग होने के बाद में फिर वापस कैबिनेट की मीटिंग हुई प्रस्ताव पारित हुआ बजट के लिए, नोटिफिकेशन के लिए उस दिन और नोटिफिकेशन होने के बाद जब 19 जिले अमल में आए उस दिन और 7 अगस्त को जिस दिन स्थापना हुई दोपहर तक हम लोगों ने क्या मांग की और क्यों नहीं की, क्या कारण थे? भीनमाल वालों ने मांग की थी ना जिला बनना है और जब वे धरने पर बैठे और धरने से उठाया तब हम लोगों ने उठाया था, हमें बुलाया था उन्होंने दो ही मांग रखी कि भीनमाल को जिला बनाया जाए यदि नहीं बने तो भीनमाल को जालोर जिले में ही रखा जाए। देवासी कहा कि इन दो बातों में से जो भी बात पहुंचेगी, वह हम पहुंचायेंगे और कोशिश करेंगे कि वह बात बने और अंत में भीनमाल को जालोर में शामिल रखा व रानीवाड़ा को सांचौर में भेजा। देवासी ने कहा कि उसमें हम नहीं पड़ते, हर व्यक्ति का अधिकार है हमें जिला मानना और सरकार का अधिकार है उनको जिला देना जो व्यक्ति खुश है वह खुश है और किसी को जिले के प्रति कुछ है तो उसकी बात पहुंचनी चाहिए यह भावना का सवाल है हर व्यक्ति हर क्षेत्र की अलग-अलग तरीके से बात होती। देवासी ने कहा कि जो ज्ञापन बनाओ उसमें निडर होकर पारदर्शिता से आपके दिमाग में, मन में जो चिंतन है जो मंथन आप कर रहे हो इसकी वजह से आप मांग कर रहे हो जिसमें किसी व्यक्ति, जाति को टारगेट किये बिना, हमारे उज्जवल भविष्य के लिए, व्यापारियों को सभी समाजों के लिए उसको आप लिखो हम भी दबा के बात कर सके तो कह सके क्या बात है तो उस बात की अपनी मजबूती रहेगी, मांगना अपनी बात रखना और उसमें भी शब्दों को छुपाना वह हमारी लड़ाई नहीं हो सकती, हमारी लड़ाई का भाग नहीं बन सकता, उसमें हम लिख दे हम किसी के खिलाफ नहीं लिख रहे हैं हम सुरक्षित कैसे रहे, परिवार सुरक्षित कैसे रहे, हम आजाद कैसे घूमने और आपके लिखे हुए शब्द से सरकार को भी हम बताएं जो भी आपके साथ जुड़े हुए लोग उनको भी लगे यह बात सही है हम बात नहीं कर रहे है पूरी दुनिया जानती है कि पहले अपन ने ज्ञापन दिया, एक कागज भेजा मगर हमने दबाव बनाना सके, 7 अगस्त की घटना के बाद शुरू किया है उस भावना की वजह से हम लोग बैठे हैं उन चीजों को भी दर्शाना पड़ेगा। देवासी ने कहा कि आप जहां मुझे चाहो जिस रूप में चाहों, मैं 1 सेकंड भी देरी नहीं करूंगा, मैं आपके साथ में आपकी भावना के साथ में खड़ा हूं, खड़ा रहूंगा, खड़ा रहकर भी बताऊंगा, बात पहुंचाने के लिए जिस अधिकारी के पास, जिस प्रशासन के पास, सरकार के लोगों के पास जाना है आपको तय करना है कौन-कौन आप लोग आओगे, कब आना है आपस में बात कर लेंगे, तारीख तय कर लेंगे और आप जहां जाओगे मैं आपके साथ रानीवाड़ा से लेकर जयपुर तक आने को तैयार हूं, आपके सामने मैं बात मजबूती से रखने में कोई कमी नहीं छोडूंगा, आपको दिख जाएगा, विश्वास दिलाता हूं।
यह रहे उपस्थित- प्रधान राघवेन्द्रसिंह देवड़ा, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष वरधाराम माली, गोदाराम देवासी, नवलसिंह देवड़ा, मालवाड़ा सरपंच प्रदीपसिंह देवल, सुरजवाड़ा सरपंच कृष्ण पुरोहित, रॉटरी क्लब अध्यक्ष भाणाराम बोहरा, टिंकल सिंह देवड़ा, तनुसिंह देवड़ा, प्रवीण परिहार, रानीवाड़ा व्यापार मंडल अध्यक्ष छैलसिंह सोलंकी, उपाध्यक्ष रमेश माली, मुकेश खण्डेलवाल, मंजीराम चौधरी, रिड़मलसिंह डाभी, भरत मेघवाल, लक्ष्मणसिंह, नारायण माहेश्वरी, सुनिल गीगल, करनाराम, पोपट बोहरा, महेन्द्र सुथार, दिलीपसिंह, निलेश सोनी सहित बड़ी संख्या में व्यापारी व ग्रामीण उपस्थित थे।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!