धरनार्थी ने मांगी जीवंत समाधि की अनुमति
रानीवाड़ा। रानीवाड़ा संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे 29वें दिन अनिश्चितकालिन धरना, रानीवाड़ा को सांचोर मे जोड़ने के विरोध में एवं भीनमाल को जिला बनाकर उसमें रानीवाड़ा क्षेत्र को जोड़ने या जिला जालोर मे यथावत रखने की मांग को लेकर लगातार धरना जारी हैं। गुरुवार को जिला कलेक्टर पूजा पार्थ रानीवाड़ा पंचायत समिति मे आने पर धरनार्थियों ने जिला कलेक्टर के सामने काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए उनसे 29 दिन बाद धरनार्थियों की सूध लेने पर आक्रोश व्यक्त किया। जिला कलेक्टर से मुखाबित होते हुए धरनार्थी में से मुकेश कुमार खण्डेलवाल व व्यापार संघ के अध्यक्ष छैलसिंह सोलंकी ने कहा कि रानीवाड़ा क्षेत्र के आमजन एवं किसी जनप्रतिनिधि, पूर्व जन प्रतिनिधियों तक करे नहीं पूछा गया इतना ही नहीं बल्कि आमजन से भी आपत्ति लेकर जनसुनवाई नहीं की गई और रातो रात रानीवाड़ा क्षेत्र को सांचोर जिले में सरकार ने जोड़कर क्षेत्र की जनता के साथ घोर अन्याय किया गया। साचोर मे रानीवाड़ा को शामिल करने को लेकर क्षेत्र की जनता के कोई व्यक्ति सांचौर जिले मे जाना पसंद नहीं करते हैं। भीनमाल जिला बनने के सभी मापदण्डों पर खरा उतरता है जिसे नजर अंदाज किया गया है। विधायक नारायणसिंह देवल ने कहा कि रानीवाडा क्षेत्र की जनता की मांग अनुसार भीनमाल जिला बनाकर उसमें जोडे या जालोर जिले मे यथावत रखा जाए। सरकार के मुखिया संघर्ष समिति के लोगों से भी संवाद का लिए समय देना चाहिए ताकि ठूलों के प्रतिनिधियों की बात सुनकर रानीवाडा को माग अनुसार मांगे मानकर भीनमाल को जिला बनाया जालोर जिले मे यथावत रखा जाए। इसका जिला कलेक्टर से वार्ता के दौरान समाजसेवी मुकेश कुमार खण्डेलवाल ने कहा कि सांचोर जिला बनाया हमे कोई विरोध नहीं है मगर बिना आपत्ति लिए रानीवाड़ा क्षेत्र को सांचोर मे जोड़ देना सरासर गलत है यदि सरकार ने हमारी मांगों को सुनना नहीं चाहती तो मुझे जीवन समाधि देने की अनुमति प्रदान करें। ताकि क्षेत्र की जनता की मांगों को सरकार सुन सके। जिला कलेक्टर पूजा पार्थ ने सभी की बातों को सुनकर सभी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की बात करते हुए कहा कि जिला बनने के बाद दो बार रानीवाड़ा आकर जनसुनवाई की गई है। जिला बनाने व सांचोर में क्षेत्र के लोग नहीं जाना चाहते, जिला बनाने का कार्य सरकार का है प्राप्त ज्ञापन एवं ग्राम पंचायतों, नगर पालिका एवं प्रधान जनप्रतिनिधियों द्वारा लिए गए प्रस्तावों का सरकार तक पहुंचाना का कार्य है जो कमेटी व समन्धित विभाग को भेजे जा रहे है। व्यापार संघ के अध्यक्ष छैलसिंह सोलंकी, खाद्य व्यापार संघ के अध्यक्ष रमेश माली, ओजस्वी वक्ता शेरदान चारण, सरपंच कृष्ण कुमार पुरोहित, हरीश माहेश्वरी, देरावरसिंह देवड़ा, रमेश जैन, छगनसिह देवल, दिलीपसिह सोलंकी, किसान नेता सोमाराम चौधरी, तनूसिंह देवड़ा, जयंतिलाल पुरोहित, नन्दकिशोर जोशी, निलेश सोनी, भोपाजी उदाराम देवासी, अजाराम घांसी, नारायण माहेश्वरी, हरीसिंह देवल, दिनेश सेन, एड्वोकेट भरत मेघवाल, भवराराम माली, गणेश देवासी दहीपुर सहित सैकड़ों लोगों ने आक्रोश जता कर रानीवाडा क्षेत्र को भीनमाल जिला बनाकर उसमें जोड़ने या जालोर जिले मे ही रानीवाडा क्षेत्र को यथावत् रखने का ज्ञापन एवं प्रस्तावों की प्रतियां जिला कलेक्टर पूजा पार्थ को सौंपी। धरनार्थियों ज्ञापन देने हाथों में काली पट्टी बांधकर एवं हवा में काला कपड़ा लहरा कर धरने की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सरकार से जल्द मांगें मानने की अपील की। धरनार्थी वार्ता के अंतिम समय तक आक्रोशित रहे। इस पर जिला कलेक्टर ने सभी की भावना को सरकार तक पहुंचाने की बात कही। इस अवसर उपखंड क्षेत्र के समस्त सभी प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।