सांचौर। नेशनल हाइवे 68 पहले से ही हालात खराबे बने हुए थे, अब बारिश से सड़कें पानी में बह गई हैं, ऐसे में अब यहां की सड़कें आमजन को दु:ख दे रही हैं, सांचौर जिला मुख्यालय की बात करें तो यहां सड़कों की हालात ऐसी है कि बड़े बड़े वाहन भी हांफ जाते है। दुपहिया वाहनों और राहगीरों के लिए तो सड़कों पर चलना दुभर हो गया है। ऐसा नही है कि जिम्मेदार विभाग, प्रशासन या जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी नहीं है, क्योंकि राजस्थान सरकार के राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई व जालोर सिरोही सांसद देवजी पटेल के कार्यालय सांचौर में बने हुए है। इसी रास्ते आना जाना रहता है, जिससे सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण शहर की सड़कों पर चलने वाले वाहन चालक जान हथेली पर लेकर चल रहे हैं। खराब सड़कों ने वाहनों की रफ्तार घटा दी है। सड़क पर जगह-जगह पर गड्ढे हैं। कुछ जगह तो गड्ढे इतने बड़े हैं कि वहां सड़क ही गायब हो चुकी है और यहां जलभराव हो गया है। इसके चलते यहां से गुजरने वाहन चालकों को खासा परेशान होना पड़ रहा है। सांचौर लाइव न्यूज की टीम ने जब इस मार्ग के हालात का जायजा लिया तो कुछ ऐसे ही हालात नजर आए। सड़कों का बुरा हाल है, सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई ही कहीं जगह तो हालत यह है कि सड़क में गड्ढों की जगह, गड्ढों पर सड़क नजर आती है। सड़क में गड्ढों में पानी भरने से जहां वाहनों को भी नुकसान पहुंच रहा है। जरा सी बारिश के बाद ही नेशनल हाइवे की सड़कों की दशा बिगड़ गई है। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, माखुपुरा से लेकर कारोला भांटा तक तो बेहद खस्ताहाल स्थिति में पहुंच चुका है, इस सड़क पर कई जगह तो गहरे गड्ढे हो चुके है। ऐसे में ना जाने कितने साल अभी लोगों को इन गड्ढों का दंश झेलना पड़ेगा वहीं द्वारा कुछ गड्ढों में गिट्टियां जरूर भर दी गई हैए लेकिन वह भी बारिश के पानी और लगातार वाहनों के आवागमन के चलते निकल कर बह निकली हैण् सड़क से गुजरने वाले हजारों लोग समेत आसपास के स्थानीय लोग भी इस खस्ताहाल सड़क से परेशान हैं।
सड़क में गड्ढों की जगह, गड्ढों पर सड़क
नेशनल हाइवे 68 के रिकारपेट कार्य घटिया गुणवत्ता से सड़क का कार्य किया था। जिसके चलते सड़क बारिश के साथ ही बिखर गई। सांचौर शहर के माखुपुरा से लेकर कारोला भांटा तक सड़क का नामो निशान तक नहीं है। इसके अलावा इधर गुजरात बॉर्डर तक व बाड़मेर की तरफ की बात करे तो मनमोहन हॉस्पिटल से लेकर कारोला तक, इसके आगे धमाणा, डेडवा, सिवाड़ा, चारणीम में पास सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। क्षतिग्रस्त नेशनल हाईवे 68 पर अब बाइक सवारों का चलना मुश्किल हो गया है। क्योंकि सड़क बड़े बड़े वाहनों के चलने से धूल के गुबार उड़ रहे हैं। ऐसे में बाइक सवार को सड़क पर कुछ नहीं दिखता है।
ध्यान नहीं दे रहे अधिकारी
नेशनल हाइवे अथॉरिटी विभाग के अधिकारी सड़क पर गड्ढों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, वाहनों को भी भारी नुकसान हो रहा है, सड़क का नामोनिशान तक नहीं बचा है, वाहन चालक सुरेश कुमार के मुताबिक दिन के समय भी सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है, गहरे गड्ढे कभी भी किसी की जान ले सकता है, विभाग को मरम्मत करवाकर आमजन को राहत देनी चाहिए।
सड़क पर गड्ढों से वाहन चालक परेशान
स्थानीय लोगों का कहना है कि तेज बारिश में सड़कों का टूटना लाजमी है, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद गड्ढो में मिट्टी-कंक्रीट डालकर राहत दी जा सकती है, लेकिन अभी तक इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां का विभाग न तो दर्द समझ रहा है और न ही जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे है, ऐसे में शहरवासियों व वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।