सांचौर। देश के विभिन्न भू भागों से अपनी वाणी को पवित्र करने गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा पधारे विविध पुराणों के पारायण कर्ता त्रिकाल संध्योपासक इक्यावन ब्राह्मणों के विद्वद मंडल द्वारा ग्यारह दिवसीय संपुटित सहस्र चंडी अनुष्ठान दशांश महायज्ञ के सम्पन्न हुआ। सम्पूर्ण अनुष्ठान गोधाम की परम आराध्या समृद्धि गोमाता की पावन सन्निधि में गोशरण सन्त नंद रामदास महाराज द्वारा डॉ.ललित द्विवेदी के आचार्यत्व में 51 विद्वानों द्वारा सम्पन्न हुआ। सहस्र चंडी महायज्ञ पूर्णाहुति पर कथव्यास गोवत्स विट्ठल कृष्ण जी महाराज द्वारा समस्त विद्वानों का वैदिक गो साहित्य-स्मृति चिह्न स्वस्ति तिलक से सम्मान किया गया। देश भर के शैव-शांकर, शाक्त, रामानंद, रामानुज, वल्लभ, निम्बार्क आदि मंगल तिलक धारी विद्वद ब्राह्मणों का अद्भुत दर्शनीय समागम रहा।