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-किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में किसानों ने मांगों को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
सांचौर। नर्मदा नहर परियोजना की विभिन्न समस्याओं को लेकर किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में किसानों का नर्मदा विभाग कार्यालय के समक्ष धरना दूसरे दिन जारी रहा। वहीं मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि जलसंसाधन संभागीय मुख्य अभियन्ता जोधपुर द्वारा एक ही चेहते संवेदक को बिना बीड के पिसिटी जांच किये एक ही दिन आचार सहिता लगने के एक दिन पहले ही नर्मदा विभाग के कुल 83.58 करोड़ के टेण्डर चौधरी कन्ट्रक्शन कम्पनी को आंवटित किया हैं। रतौड़ा वितरिका- 13.74 करोड़, माणकी-पनोरिया-19.33 करोड़, ईसरोलवितरिका- 4.11 करोड, बालेरा, सांचौर लिफ्ट, मुख्य नहर-15.26 करोड़, भीमगुड़ा वितरिका- 6.998 करोड़, राजीकावास-जसवन्तपुरा-18.50 करोड, बाकली-आहोर-4.32 करोड, सांगी-खारीबांध-4.11 करोड़ कुल राशि 83.35 करोड़ उपर लिखित होती है। इसके अलावा इसी फर्म को (बी.) इसके अलावा जो कार्य पहले से प्रगति पर है। बांडी-सिन्धरा डेम-8.90 करोड, वांक-जैसला 4.07 करोड, रतोड़ा-भीमगुड़ा-3.24 करोड, मुख्य नहर सफाई-3.34 करोड, पिण्डवाड़ा-13.18 करोड़ रूपये जो कुल 33.00 करोड़ रूपये ए व बी. दोनों की कुल राशि 116.58 करोड़ रूपये बनती है। जबकि इस ठेकेदार की बिड-केपिसिटी 27.54 करोड रूपये की ही है। जोधपुर मुख्य अभियन्ता अमरसिंह को सब जानकारी होते हुए भी आर्थिक दबाव में आकर बिड केपिसिटी को नकार ते हुए इस फर्म को टेण्डर दे दिया। आज की तारीक में इस फर्म के पास चार-पांच बड़ी गांडी, एक हिटेची, एक जेसीबी है। इनके संसाधन के हिसाब यह कार्य अगले दस वर्ष में भी पूर्ण नहीं होगा। तुफान से क्षतिग्रस्त नहर व मिट्टी भर जाने के कारण यह कार्य अक्टुम्बर में कार्य पूर्ण होना अनिवार्य हैं तब रबी सीजन की पिलाई हो सकती हैं। टेण्डर की क्षमता के अनुसार 50 के आसपास मशीनरी होने पर ही कार्य पूर्ण हो सकता है। उक्त ठेकेदार की बिड केपिसिटी 27.54 करोड़ रूपये हैं फिर भी जोधपुर मुख्य अभियन्ता अमरसिंह ने कई गुना ज्यादा के कार्य आवंटित कर दिये। इतने सभी कार्य एक ही ठेकेदार को दे दिय ेहैं उक्त ठेकेदार ने अभी तक एक भी कार्य शुरू नहीं किया हैं। हमारे द्वारा अधिकारियों से सम्पर्क करन ेपर कहा गया है कि ठेकेदार के पास अभी कार्य ज्यादा हैं व इस कार्य की समयावधि-18 माह हैं इसलिए हमारे कहने पर ठेकेदार कार्य अभी शुरू नहीं कर रहा है। ओर इस ठेकेदार के पास पर्याप्त मात्रा में मशीनरी व संसाधन भी उपलब्ध नहीं होने के कारण कार्य समय पर होना संभव नही है। उक्त समस्त निविदाओं की जॉच बाहरी ऐजेन्सी द्वारा करवाई जाए ताकि सही जॉच हो सके। मुख्य नहर, लिफ्ट नहर वितरिकाएं एवं उप-वितरिकाओ की सफाई एवं झाडी कटाई करवाना। सांचौर लिफ्ट, बालेरा, जैसला, वांक, रतौडा, भीमगुडा, ईशरोल, शिवपुरा, साकरिया, माणकी, पनोरिया, भदराई वितरिका एवं उप वितरिकाएं समस्त की सफाई एवं मरम्मत की जावें। उक्त संवेदक के कार्य करने की गति इसी प्रकार रही तो अगले दो माह में भी कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है। जिससे क्षेत्र के कास्तकारों को इस रबी सीजन में समय पर पानी नहीं मिलने स ेनुकशान होगा। नर्मदा नहर परियोजना सांचौर के कार्य हेतु टेंडर हुए छ: माह हो जाने के बावजूद भी अभी तक कार्य की मौके पर कोई प्रगति नहीं है, जबकि विभाग द्वारा 15 अक्टूबर 2023 स ेसिंचाई हेतु पानी देना प्रस्तावि तथा। नर्मदा नहर परियोजना सांचौर के सभी साईफनो की सफाई करवाना जैसे-सुकडी, लूणी, शिवपुरा एवं रतौडा की सफाई करवाकर नियमित सप्लाई की जावें। नर्मदा नहर परियोजना सांचौर के मरम्मत व रख-रखाव कार्य का भुगतान गलत किया गया है उसकी जॉच करवाई जावे जैसे दूदवासन ए-बी व डिंडावा ए पर मिट्टी हटाने का कार्य लगभग 40.00 लाख रूपये का फर्जी भुगतान कर दिया और मौके पर मिट्टी यथा स्थिति में पडी है, पनौरिया वितरिका में 17 किमी.से 34 किमी. ओर पाडंरवाली माईनर पर नहर की सुरक्षा के लिए पत्थर की पेचिंग पुरानी की हुई थी जिसको भी वर्तमान ठेकेदार का कार्य बताकर फर्जी भुगतान कर दिया गया। अमरसिंह, मुख्य अभियन्ता जोधपुर ने पेट्रोलिंग व रेगुलेशन हेत ुसरकार से बजट की मांग भी नही की है। इसलिए नर्मदा नहर की समस्त वितरिकाओं व उप वितरिकाओं में पानी सप्लाई के लिए पेट्रोलिंग का ठेका नहीं हुआ है। जिसके कारण नर्मदा नहर की सभी वितरिकाओं में पानी पहॅुचना संभव नहीं हैं इसलिए पेट्रोलिंग का ठेका अविलम्ब करवाया जाए या सरकारी गेट मेट लगाकर सूचारू रूप से पानी दिया जाए। नर्मदा नहर परियोजना की समस्त वितरिकाओं एवं उप वितरिकाओं में नियमित पानी देने एवं सिस्टम से जलापूर्ति नहीं करने की स्थिति में धरना दूसरे दिन नर्मदा नहर परियोजना कार्यालय के समक्ष धरना व क्रमिक अनशन जारी है। अगल ेचार-पांच दिन में इन सभी कार्यों की जॉच करवाई जाय ओर जॉच की समयावधि के दौरान अमरसिंह को अन्यत्र लगाया जाय। इस दौरान हिन्दुसिंह चौहान प्रधान प्रतिनिधि चितलवाना, महावीरसिंह राजपुत दांतिया, सुरजन साहु रणोदर, मोहनलाल साहू रणोदर, केसाराम मेहरा धमाणा, केशरसिंह राजपुत सरवाना, पीराराम देवासी फालना, रतनाराम विश्नोईर रणोदर, पुनमाराम साहु रणोदर, रघुनाथराम गोदारा बिछावाडी, चेनाराम विश्नोई रणोदर, भेराराम डारा पादरड़ी, बलवन्तसिंह राजपुत खासरवी, पृथ्वीराजसिंह राजपुत खेजडिय़ाली, दीपाराम चौधरी, बाबुलाल मेघवाल सिपाहियों की ढाणी, शंकरलाल विश्नोई, भागीरथराम विश्नोई सरवाना, जलील खॉ उमर कोट ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष खासरवी, अमराराम माली, केवलचन्द सेठिया पार्षद, भीयाराम खिलेरी झोटड़ा सहित सैकडों कास्तकार मौजूद रहे।