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चितलवाना। मंजिल को छूने का इरादा हो तो हर बंधन और मुश्किलों को पार कर मंजिल को पाया जा सकता हैं। ऐसा ही कुछ साबित कर दिखाया है पश्चिमी राजस्थान के सांचौर जिले के नेहड़ क्षेत्र के एक छोटे से गांव पादरड़ी की बेटी ने। जिसने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से अपने कंधे पर एक नही दो-दो सितारे सजाए हैं। जी, हां हम बात कर रहे है सांचौर जिले की पहली मेघवाल समाज की राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर कविता भरनावा की। जिसने पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 में पहले ही प्रयास में सफलता अर्जित की हैं कविता ने जिले की प्रथम मेघवाल समाज एससी वर्ग की महिला थानेदार बनकर नारी शक्ति में मिसाल पेश की हैं। कविता के पिता नरेन्द्र भरनावा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सिवाड़ा चितलवाना में वरिष्ठ अध्यापक पद पर सेवारत है माता शान्ति देवी गृहणी हैं। कविता ने दसवीं और बारहवीं की शिक्षा प्रताप विद्या मंदिर उण्माण्वि सिवाड़ा से और अपनी स्नातक की शिक्षा ग्लोबल कॉलेज डेडवा, सांचौर से उत्तीर्ण की। कविता का बचपन से हि सपना था कि मैं पुलिस अधिकारी बनकर समाज व राष्ट्र सेवा करूंगी। फिर उनका प्रथम प्रयास में ही सपना साकार हो गया, इससे बड़ी ओर तो क्या उपलब्धि होगी। कविता ने गांव, जिले सहित समाज का नाम रोशन किया हैं। कविता ने अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों व अपने माता-पिता को दिया है और कहा की किसी भी लक्ष्य को कठिन परिश्रम एवं आत्म विश्वास से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया की पिताजी के मार्गदर्शन व सहयोग से ही इस मुकाम तक पहुंच पाए हैं। वर्तमान में राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र किशनगढ़, अजमेर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
-नारी शक्ति के लिए कविता का संदेश
कठिन परिश्रम, दृढ़ इच्छा शक्ति, आत्म विश्वास एवं बुलंद हौसलों के आगे हर मुश्किल लक्ष्य भी आसान हो जाता हैं। साथ ही मेरी उन तमाम बहिनों को संदेश देना चाहूंगी कि आप वर्तमान की विषम परिस्थितियों में हौंसला ना खोए। अपने उद्देश्य पर निरंतर प्रयास करेंगे तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।