बालिका दिवस पर प्रचार वाहन के माध्यम से किया जागरूक
कन्या भू्रण हत्या रोकने के दिलाई शपथ
जालोर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य केन्द्रो पर गर्भस्थ शिशु की लिंग जांच नहीं करवाने की शपथ ली गई साथ ही प्रचार वाहन के माध्यम से आमजन को जागरूक किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमाशंकर भारती ने बताया कि बुधवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में जिले के समस्त स्वास्थ्य केन्द्र एवं सभी सोनोग्राफी सेंटर पर कन्या भू्रण हत्या रोकने के लिए आमजन को जागरूक किया गया साथ ही भू्रण लिंग जांच नहीं कराने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर डबल्यूएचओ प्रतिनिधि डॉ. पंकज सुथार, सहायक प्रशासनिक अधिकारी मोहनलाल मेघवाल, भौमाराम चौधरी, आयुवान सिंह, भगवत सिंह, वचनाराम, हरफूल घिंटाला, इमरान बैग, राजेंद्र सिंह, चंद्रशेखर, ललित कुमार, अर्जुन कुमार, मोहनलाल, तगसिंह समेत कई जन मौजूद थे।
प्रचार वाहन के माध्यम से किया आमजन को जागरूक
सीएमएचओ डॉ. भारती ने बताया कि जिला मुख्यालय पर प्रचार वाहन के माध्यम से आमजन को गर्भस्थ शिशु की लिंग जांच नही करवाने एवं कन्या भू्रण हत्या रोकने तथा पीसीपीएनडीटी अधिनियम के अंतर्गत मुखबिर योजना के बारे में जानकारी प्रसारित कर आमजन को जागरूक किया गया।
मुखबिर योजना के तहत तीन लाख का ईनाम
पीसीपीएनडीटी समन्वयक शंकर सुथार ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित मुखबिर योजना के तहत भू्रण लिंग परीक्षण में लिप्त व्यक्तियों, केन्द्रो के बारे में सत्य सूचना पर 3 लाख रूपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। मुखबिर योजना के अंतर्गत प्रथम किस्त सूचना पर सफल डिकॉय कार्यवाही होने पर प्रकरण पंजीबद्व होने के तुरंत बाद मुखबिर को 50 हजार, गर्भवती महिला को 50 हजार एवं गर्भवती महिला के सहयोगी को 25 हजार की प्रोत्साहन राशि तथा दुसरी किस्त न्यायालय में अभियोजन पक्ष के बयान के बाद मुखबिर को 50 हजार, गर्भवती महिला को 1 लाख एवं गर्भवती महिला के सहयोगी को 25 हजार की प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है। डिकॉय कार्यवाही में शामिल लोगो की पहचान गोपनिय रखी जाती है। पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत गर्भस्थ शिशु का लिंग परीक्षण कानूनन अपराध है। आप भी जागरूक नागरिक का फर्ज निभाते हुए मुखबिर बन इस अभियान का हिस्सा बनें। भु्रण लिंग परीक्षण की सूचना वाट्सअप नंबर 9799997795 या ईमेल अथवा टोल फ्रि नंबर 104/108 पर कॉल करें।