सांचौर। अगर आपके अंदर किसी काम को करने की शिद्दत है तो जिंदगी की मुश्किलें छोटी हो जाती है। यह कहना हैं नानजी सिंह गहलोत कांटोल का जिन्होंने अपने करियर की राह में हर संघर्ष को पार कर समाज सेवा के साथ-साथ सफल करियर भी बनाया। सांचौर जिले के कांटोल गांव निवासी गहलोत की शुरुआती पढ़ाई गांव में ही हुई। परिवार की आर्थिक स्थिति के चलते उन्हें पढ़ाई बीच में ही छोडऩी पड़ी। पढ़ाई छोडक़र उन्होंने एक दुकान पर नौकरी करने से करियर की शुरुआत की, उसके बाद स्वयं की दुकान की लेकिन कोरोनाकाल में काम नही होने के कारण उन्होंने प्रवास में जाकर काम करने का मानस बनाया, लेकिन वह अपने जन्मभूमि में रहकर देश और समाज के लिए कार्य करने में ज्यादा रुचि लेते थे, इसलिए प्रवास का विचार त्याग कर एक सीमेंट कंपनी में बतौर सेल्स मैनेजर नोकरी से शुरुआत की, आज वह विश्व के एक बड़े बिजनेस गु्रप आदित्य बिड़ला के पेंट सेगमेंट में सैल्स एक्सक्यूटिव के रूप में कार्यरत हैं। जिसमे कंपनी ने हाल ही में पेंट इंडस्ट्रीज में प्रवेश किया हैं। अपने एक्सपीरियंस को लेकर गहलोत ने कहा कि वह सबकुछ स्वय से ही सीखे हैं जिस विषय पर हम एकाग्र होकर चिंतन करते हैं वह हम सिख सकते हैं। उन्होंने बताया की मैं एक समाज सेवी बनकर देश और समाज के सेवा में कार्य करना चाहता था किंतु पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाना भी नैतिक दायित्व था और जो व्यक्ति कोई काम नही करता उसकी कोई कीमत भी नही होती, इसलिए मैं शुरुआत से मेहनत में विश्वास रखता था। पढ़ाई के दौरान गर्मियों की छुट्टियों में भीषण गर्मी में मैने घर-घर पैदल जाकर आइस्क्रीम भी बेची। मुझे कुछ समय के लिए अपने आप को अलग दिशा में करियर बनाने की ओर जाना पड़ा, लेकिन मैं भविष्य में देश और समाज सेवा के लिए कोई बड़े स्तर पर कार्य करने को लेकर अभी भी संकल्पित हूं। गहलोत ने नौकरी करते हुए एमबीए तक पढ़ाई भी पूरी की, साथ साथ समाज सेवा में कई उल्लेखनीय कार्य किए। गहलोत को सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए कई छोटे बड़े स्नमान भी मिले हैं सर्वप्रथम 2012 में जालोर जिला कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया गया वहीं दिल्ली में अग्निपथ संस्था द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य अवार्ड से नवाजा गया।
युवा अवस्था में ही गहलोत धारा प्रवाह तथा बेबाक वक्ता के कारण क्षेत्र के युवाओं में लोकप्रिय भी हैं। वहीं जय भारत माता जन कल्याण ट्रस्ट के प्रदेश प्रभारी होने के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद तथा रावणा राजपूत समाज में विभिन्न दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं।