जालोर। राजस्थान मिशन.2030 के संबंध में कृषि विभाग से संबंधित गतिविधियों के संबंध में हितधारकों के सुझाव के लिए गहन परामर्श कार्यक्रम की बैठक सोमवार को आत्मा सभागारए जालोर में आयोजित की गई।बैठक में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक कृषि एवं नोडल अधिकारी डॉण् शंकरबाबू ने राजस्थान राज्य को वर्ष 2030 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए विजन.2030 के तहत कृषि क्षेत्र के मानकों के निर्धारण एवं इन मानकों को प्राप्त करने के लिए समयबद्ध कार्य योजना व विभागीय योजनाओं का विस्तार से प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने विभागीय योजनाओं यथा. कृषि व उद्यान विभाग की राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशनए राजस्थान जैविक खेती मिशनए राजस्थान बीज उत्पादन एवं वितरण मिशनए राजस्थान मिलेट्स प्रोत्साहन मिशनए राजस्थान संरक्षित खेती मिशनए राजस्थान उद्यानिकी विकास मिशनए राजस्थान फसल सुरक्षा मिशनए राजस्थान भूमि उर्वरकता मिशनए राजस्थान कृषि श्रमिक संबल मिशनए राजस्थान कृषि तकनीक मिशनए राजस्थान खाद्य प्रसंस्करण मिशनए राजस्थान युवा कृषक कौशल एवं क्षमता संवर्द्धनमिशन के साथ ही राजस्थान कृषि प्रसंस्करणए कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति.2019 के बारे में जानकारी दी।प्रस्तुतीकरण के पश्चात् कृषि विस्तार के संयुक्त निदेशक डॉण् आरण्बीण्सिंह द्वारा बैठक में उपथित जनप्रतिनिधियोंए कृषकोंए बैंक अधिकारियोंए कृषि अनुसंधान केन्द्र केशवना जालोर के वैज्ञानिकोंए कृषि में पढने वाले छात्रोंए खाद.बीज विक्रेताओंए सहकारी समितिए बीज निगमए फसल बीमा कंपनी व कृषि विभाग के कर्मचारियों से सुझाव मांगे गए। इस अवसर पर जालोर पंचायत समिति के प्रधान नारायणसिंह राजपुरोहितए आंवलोज सरपंच भंवरसिंह सहित हितधारकों द्वारा 50 से अधिक सुझाव दिए गए जिनको संकलित कर कृषि आयुक्तालय को प्रेषित किया जायेगा। बैठक में आत्मा के परियोजना निदेशक भूपेन्द्र सिंह राठौडए मुख्य वैज्ञानिक एवं क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधान डॉण् दिलीप कुमारए नाबार्ड सिरोही के डीडीएम डॉण् दिनेश प्रजापतएए अग्रणी बैंक प्रबन्धक तेजप्रकाश जलथूरियाए उद्यान विभाग के उप निदेशक नरेन्द्र सिंह राठौडए कृषि विस्तार के सहायक निदेशक रामप्रताप गोदारा एवं कृषि विपणन व बीज निगमए बैंक अधिकारी के अधिकारियों एवं कृषि विभाग के कार्मिकों ने भाग लिया।