रानीवाड़ा। रानीवाडा संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे घरने में 35 वें दिन रानीवाडा को सांचौर जिले में शामिल किए जाने के विरोध में 93 वर्ष बुजुर्ग पूनमाराम मेघवाल के नेतृत्व में आमजन ने रानीवाडा पहुंच कर आक्रोश जताया। इस मौके धरनार्थी मुकेश कुमार खण्डेलवाल ने कहा कि रानीवाडा क्षेत्र सांचौर जिले मे शामिल करने को लेकर कोई भी व्यक्ति किसी भी रुप से पसंद नहीं करते हैं। सरकार ने अधिसूचना जारी कर जालोर जिले का पुन गठन कर सांचौर को नया जिला बनाया उसके लिए सरकार का धन्यवाद मगर रानीवाडा क्षेत्र की जनता की मांग के अनुसार रानीवाडा क्षेत्र के लिए भीनमाल को जिला घोषित किया जाए। भीनमाल जिले बनने के सभी मापदंडों पर खरा उतरता है इसलिए क्षेत्र वासियों की मांग के साथ साथ सभी जनप्रतिनिधि पूर्व जनप्रतिनिधियों सहित 36 कौमों की मांग के अनुसार रानीवाडा क्षेत्र को नवीन जिला भीनमाल बनाकर उसमें जोडे या फिर यथावत जालोर जिले में ही रखा जाए। जनभावना की कद्र करते हुए सरकार को जल्द ही फैसला लेना चाहिए ताकि क्षेत्र के आमजनता को राहत मिल सकें। समाजसेवी सीए प्रवीण माली ने कहा कि हमारी जनता सांचौर जिले में जाना नहीं चाहती इसे सरकार गम्भीरता से लेकर आमजन की आवाज का सम्मान करें। जब तक हमारी मांग पुरी नही की जाऐगी तब तक क्षेत्र की जनता भी रानीवाडा क्षेत्र के आमजन के साथ अनिश्चित कालीन घरना मे हिस्सेदारी निभाती रहेगी। 35 वें दिन के घरना मे रानीवाडा को सांचौर जिले से हटाकर भीनमाल नवीन जिला बनाकर उसमें जोडे या फिर यथावत जालोर जिले मे ही रखने की मांग का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को दिया गया। इस मौके पर पूनमाराम मेघवाल, सी ए प्रवीण माली, व्यापार संघ के अध्यक्ष छैलसिंह सोलंकी, महीपाल चौधरी, प्रहलाद सिंह देवड़ा, जयंतिलाल पुरोहित जालेरा, सोमाराम चौधरी, रखाराम देवासी, बाबूलाल घांसी, छगनसिंह देवल, भंवराराम माली, देरावरसिंह देवड़ा, भंवरलाल गोयल, बालाराम चौधरी, पंखूदेवी, उकाराम चौधरी, जीतकंवर, निरमा कंवर, भलसिंह सिलासन, बालकाराम देवासी, बिलाराम राणा, मकनाराम पाल, ओखीदेवी करवाड़ा, फतेहसिंह देवड़ा, महेन्द्र माली, देवाराम रावल, राजू राम रावल, सुन्दरी देवी, संगीता कुमारी, मीरादेवी राणा, रतनाराम, किरण कुमारी हीरागर, सोनल हीरागर, सुरेश मेघवाल, मफीदेवी कूड़ा, वर्षा देवी, मंजूदेवी करड़ा, गणेश देवासी दहीपुर, अनाराम गर्ग, अशोक गोस्वामी सहित सैकड़ों लोगों ने रानीवाडा को सांचौर में जोडने पर आक्रोश जता कर रानीवाडा को भीनमाल नवीन जिला बनाकर उसमें जोडऩे या जालोर जिले में ही यथावत् रखने की मांग की।