सांचौर। महज कुछ पैसों के लिए जहां भाई-भाई व दोस्तों के बीच झगड़े हो जाते हैं वहीं समाज में कुछ ऐसे लोग अभी भी हैं जो दूसरों के पैसों को अमानत समझकर उन्हें उसके असली मालिक तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। ऐसे लोगों की बदौलत आज भी ईमानदारी जिंदा है। ऐसी ही ईमानदारी की एक मिसाल पेश की है डिवाइन इंटरनेशनल स्कूल के निर्देशक हरिश चौधरी ने। गौरतलब है कि प्रधानाचार्य हरिश चौधरी घरेलू वस्तुओं को क्रय करने हेतु बाजार गए थे, जिसमें पैदल चलने के दौरान विवेकानंद सर्किल के पास उन्हें एक महिला का पर्स मिला। जिस पर उन्होंने तत्काल पर्स को अपने कब्जे में लेते हुए आसपास के लोगों को इस पर्स के बारे में सूचना देते हुए असली मालिक की खोज बिन शुरू की। लेकिन उन्हें असली मालिक उस समय नहीं मिला। तत्काल उन्होंने घर पहुंचकर इसके बारे में जानकारी सोशल मीडिया में प्रेषित की। विभिन्न सोशल मीडिया में जानकारी जाने के बाद पता चला कि यह पर्स रामेश्वरी बिश्नोई निवासी दाता का है। जिस पर रामेश्वरी बिश्नोई ने विद्यालय पहुंचकर हरीश चौधरी का आभार जताते हुए पर्स को प्राप्त किया।