श्री सेन शिक्षा जागृति मंच का प्रतिभा सम्मान समारोह 30 को, तैयारियां शुरू
सांचौर। श्री सेन शिक्षा जागृति मंच जिला जालोर-सांचौर की जिला बैठक का आयोजन रविवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार श्री सेनजी महाराज मंदिर परिसर में जिलाध्यक्ष भरत कुमार भाटी अरणाय की अध्यक्षता एवं समाज के वरिष्ठ जनों की मौजूदंगी में किया गया। सर्वप्रथम बैठक हेतु सभाध्यक्ष के रुप में देवानन्द भाटी को मनोनीत किया गयाा। सभाध्यक्ष देवानन्द भाटी द्वारा जिलाध्यक्ष एवं सचिव को निर्देश दिया कि आज की बैठक की कार्यवाही शुरू की जाए, ततपश्चात सचिव द्वारा गत बैठक की कार्यवाही सबके समक्ष रखी व आगामी योजना हेतु सभी समाजबन्धुवरो से सलाह व सुझाव हेतु निवेदन किया। ततपश्चात जिलाध्यक्ष भरतकुमार भाटी द्वारा निवेदन किया कि हमारी प्रतिभाओ को कार्यक्रम का इंतजार है। जिले भर से फोन आ रहे है कि इस बार कार्यक्रम कहा है होगा या नहीं कृपया बताएं बैठक में उपस्थित सभी बन्धुवरो से सुझाव मांगे गए। इस पर सांचौर ब्लॉक से मंच के वरिष्ठ भंवरलाल परमार ने अपनी बात रखते हुए बताया कि सांचौर नया जिला बना है इस खुशी में हम जिलास्तरीय कार्यक्रम हमारे यहां कराना चाहते है आप सभी अपने सुझाव दे, इसको लेकर उपस्थित सभी वरिष्ठ जनों ने अपनी सहमति प्रदान की गई। इस प्रकार आगामी नवम प्रतिभा प्रोत्साहन कार्यक्रम सांचौर में आयोजित करने का निर्णय सर्वसहमति से लिया गया। कार्यक्रम में प्रतिभाओं के आवेदन की अंतिम तिथि 20 दिसम्बर तय की गई व कार्यक्रम 30 दिसम्बर को कराने का निर्णय लिया गया। प्रतिभाओ हेतु नियम व पुरस्कार पूर्व कार्यक्रम की भांति ही रखने का निर्णय लिया गया। जिले की समस्त प्रतिभाएं अपने आवेदन ऑनलाइन व ऑफलाइन दे सकते है। इस हेतु मंच की ब्लॉक व जिला कार्यकारिणी सक्रियता से अपने अपने ब्लॉक के आवेदन एकत्रित करके जिलाध्यक्ष के पास अंतिम तिथि तक पहुंचावे। बैठक में भंवरलाल परमार, मोहनलाल गोयल पंचेरी, गुलाब भाटी भीनमाल, देवानन्द भाटी भीनमाल, मफाराम गोयल मालवाडा, भरतकुमार शिवपुरा, महेंद्र भाटी सांचौर, केराराम खेडा, किरन दौलपुरा, हीरालाल मालवाडा, कैलाश तेतरोल, ईश्वरजी इशरोल, पारसमल इशरोल, सरदाराराम केरिया, गणेश अरणाय, गणेशाराम चारणीम, कानाराम सांचौर, सुरेंद्र भाटी सांचौर, प्रकाश कुमार, भैराराम पुर, हीरजी चितलवाना, हंजारीमल सांचौर, चम्पालाल चितलवाना, नॉनजी राम नोहरा, ईश्वरलाल चितलवाना, बाबूलाल नरसाणा, भरतकुमार भाटी अरणाय सहित बड़ी संख्या में सेन समाज के बन्धु उपस्थित रहे।