सांचौर। राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के पशु चिकित्सकों के एनपीए नॉन प्रैक्टिस लाउंस की मांग न पूरी करने के विरोध में शनिवार को राजस्थान पशु चिकित्सक संघ के आह्वान पर प्रदेश भर के साथ ही जिले के पशु चिकित्सक भी सामूहिक अवकाश पर रहे। मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। संघ द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जब तक राज्य सरकार पशु चिकित्सकों की उक्त मांग नहीं मानती है तब तक सभी पशु चिकित्सक सामूहिक अनिश्चितकालीन अवकाश पर रहेंगे। प्रदेश आह्वान पर सभी पशु चिकित्सक 6 सितंबर से गोपालन विभाग के सभी कार्यो व कामधेनु बीमा योजना के सभी कार्यो सहित सभी डोर स्टेम चिकित्सा सेवाओं का कार्य बहिष्कार कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से उचित कार्रवाई नहीं हुई हैं। राज्यव्यापी कार्य बहिष्कार उपरांत आज दिवस पर सरकार द्वारा नॉन प्रेक्टिस अलाउंस की स्वीकृति जारी नही करने के परिणामस्वरूप सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया। पशु चिकित्सकों के अथक परिश्रम के परिणाम से राज्य दुग्ध उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है। वेटरनरी डॉक्टर्स एसोसिएशन राजस्थान एवं पशु चिकित्सक संघ राजस्थान के संयुक्त आग्रह है कि नॉन प्रेक्टिस अलाउंस पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर शीघ्र स्वीकृति जारी करे अन्यथा किसी भी प्रकार के पशुधन-गौंवश की हानि की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इस दौरान डॉ. रामाभाई पटेल, डॉ. पंकज कुमार, डॉ. कृष्ण कुमार, डॉ. जितेन्द्र खत्री, डॉ. निंबाराम चौधरी सहित कई पशु चिकित्सक मौजूद थे।