रानीवाड़ा को सांचौर जिले में जोडऩे का विरोध, मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा


रानीवाड़ा। रानीवाड़ा सघर्ष समिति रानीवाड़ा के बैनर तले राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं राजस्व मंत्री हेमंत मीणा के नाम उपखंड अधिकारी भागीरथराम को ज्ञापन सौप कर मांग की गई कि क्षेत्र की जनता पिछले 17 अगस्त 2023से पंचायत समिति रानीवाड़ा के बाहर रानीवाड़ा सघर्ष समिति के बैनर तले अनिश्चित कालीन धरना एवं भूख हड़ताल पर बैठकर एवं मांग कर रहीं थी चुनाव आचार संहिता के कारण घरना प्रदर्शन स्थगित किया गया था। ज्ञापन मे बताया कि भीनमाल को जिला बनाकर रानीवाड़ा क्षेत्र को प्रस्तावित भीनमाल जिले में शामिल किया जाए या फिर रानीवाड़ा क्षेत्र को प्रस्तावित भीनमाल जिले में शामिल किया जाए या फिर रानीवाड़ा क्षेत्र को यथावत जालोर जिले में रखा जाए। धरनार्थीयों ने पूर्व में धरना प्रदर्शन जारी रखकर आक्रोश व्यक्त किया था। जब देश आजाद हुआ था उस समय से जालोर जिले की सीमा पाकिस्तान बॉर्डर के सीमा नजदीक थी। उस समय से यह बात आई थी की भीनमाल को जिला मुख्यालय बनाया जाये। पर वर्तमान में सांचौर को बिना मांगे जिला बना देना एवं रानीवाड़ा क्षेत्र को यहां के जनप्रतिनिधि, पूर्व जनप्रतिनिधि सहित आमजन को विश्वास में लिये बिना सांचौर जिले में जोड़ देना न्याय संगत नहीं है। सांचौर जिला बनाया उसका हमें कोई विरोध नहीं है पर पूर्व सरकार द्वारा गठित रामलुभाया कमेटी के किसी भी सदस्य ने रानीवाड़ा क्षेत्र के लोगों को जनप्रतिनिधि वर्तमान या पूर्व जनप्रतिनिधियों से राय तक नहीं ली गई ऐसा ही जिले की सीमांकन करते वक्त सरकार द्वारा नियुक्त किसी प्रशासन अधिकारी ने भी रानीवाड़ा आकर किसी से रायशुमारी नहीं की ओर न ही जनसुनवाई के तहत कोई केम्प लगाया। संघर्ष समिति के सदस्य ने बताया कि किसी ढाणी गांव की भी सीमा निर्धारित की जाती है तब क्षेत्रवासीयों से रायशुमारी की जाती है एवं सरकार द्वारा आपत्ति के लिए विज्ञापन दिया जाता है। मगर रानीवाड़ा क्षेत्र को सांचौर जिला में आनन फानन मे जोड़ देना क्षेत्र की जनता के साथ घोर अन्याय है। खण्डेलवाल ने बताया कि पडौसी गुजरात राज्य में जिले का नाम कुछ ओर है मुख्यालय जनता की मांग अनुसार अन्य शहर में है एवं जिले के नाम क्षेत्र अनुसार होकर मुख्यालय सुविधाओं युक्त शहर में है। पूर्व मुख्यमंत्री राजस्थान ने रातों रात सांचौर को बिना मांगे ही जिला घोषित कर दिया उसका हमें विरोध नहीं है मगर क्षेत्र की जनता के इच्छा के विरोध होने पर भी रानीवाड़ा को उसमें शामिल करना घोर अन्याय किया गया। पास की जो ग्राम पंचायत जो सांचौर में रहना चाहते हैं उन्हें वहां उनकी इच्छा अनुसार रखें मगर रानीवाडा क्षेत्र के लोग वहां नहीं रहना चाहते इस हेतु सभी ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव लेकर भी सरकार को अवगत करवाया गया था फिर भी पूर्व की सरकार ने जनता की मांग को नजर अंदाज किया गया। किसान नेता सोमाराम चौधरी ने कहा कि रानीवाड़ा क्षेत्र की जनता सांचौर जिले में रहने के लिए कतई तैयार नहीं है। भीनमाल को जिला बनाकर रानीवाड़ा क्षेत्र को उसमें जोड़ा जाए या फिर रानीवाड़ा क्षेत्र को यथावत जालोर जिले में ही रखा जाए। भीनमाल जिला बनने के सभी मापदंडों पर खरा उतरता है जिले के लिए जो सुविधाएं आवश्यकता है वे सभी भीनमाल शहर में अनुकूल है। आप नेता मसरुराम देवासी ने कहा कि रानीवाडा क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय हुआ है अब वर्तमान सरकार को सघर्ष समिति की मागौ को ध्यान में रखते हुए राहत प्रदान करनी चाहिए। इस मौके पर किसान नेता सोमाराम चौधरी, मुकेश कुमार खण्डेलवाल, मसरुराम देवासी, हरीश माहेश्वरी, भंवराराम माली, प्रकाश सेन, चेतनदास वैष्णव, महेन्द्र माली, दिनेश सेन सहित दर्जनों लोगों ने उपस्थित होकर मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री के नाम ज्ञापन उपखंड अधिकारी को देकर रानीवाड़ा को सांचौर जिले में जोडऩे का विरोध जताते हुए भीनमाल को जिला बनाकर रानीवाड़ा को इसमें जोडऩे या रानीवाड़ा क्षेत्र को जालौर जिले में यथावत रखने की मांग की गई।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!