आहोर। नगर में कुमटिया नाड़े पर रविवार को गांव की 90 विवाहित महिलाओं ने भाइयों के संग समंदर हिलोरने की रस्म निभाई। 2008 के दौरान सामुहिक रूप से महिलाओं द्वारा समंदर हिलोरने की रस्म निभाई गई थीं। इसके 16 वर्ष बाद रविवार को नगर के कुमटिया नाडे पर सभी मेघवाल समाज की महिलाओं द्वारा सामूहिक रूप से उनके भाईयों संग बारी बारी से समंदर हिलोरने की परंपरा का निर्वहन किया। करीब 90 से अधिक महिलाओं के समन्दर हिलोरने से नगर की एकजुटता दिखाई देती है। इधर गांव के नाड़े पर समंदर हिलोरने वाली सभी सुहागिन महिलाएं पारंपरिक परिधान में सिर पर कलश धारण कर मंगल गीत गाते भाइयों के संग नगर के कुमटिया नाडे पर पहुंची। उसके बाद बारी बारी से मेघवाल समाज की महिलाओं द्वारा समंदर हिलोरने की परंपरा निभाई।