रानीवाड़ा को सांचौर जिले में जोडऩे का विरोध, बारिश में भी डटे रहे धरनार्थी


-32 वें दिन भी धरना प्रदर्शन आक्रोश जारी

जालोर/रानीवाड़ा। रानीवाड़ा क्षेत्र की जनता पिछले 17 अगस्त से पंचायत समिति रानीवाड़ा के बाहर रानीवाड़ा सघर्ष समिति के बैनर तले अनिश्चित कालीन धरना दे रही है एवं मांग कर रहीं है की भीनमाल को जिला बनाकर रानीवाड़ा क्षेत्र को प्रस्तावित भीनमाल जिले में शामिल किया जाए या फिर रानीवाड़ा क्षेत्र को प्रस्तावित भीनमाल जिले में शामिल किया जाए या फिर रानीवाड़ा क्षेत्र को यथावत जालोर जिले में रखा जाए। अनिश्चित कालीन धरने के 32वें दिन धरनार्थीयों ने धरना प्रदर्शन जारी रखकर आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर कहा कि जब देश आजाद हुआ था उस समय से जालोर जिले की सीमा पाकिस्तान बॉर्डर के सीमा नजदीक थी। उस समय से यह बात आई थी की भीनमाल को जिला मुख्यालय बनाया जाये। पर वर्तमान में सांचोर को बिना मांगे जिला बना देना एवं रानीवाड़ा क्षेत्र को यहां के जनप्रतिनिधि, पूर्व जनप्रतिनिधि सहित आमजन को विश्वास में लिये बिना सांचौर जिले में जोड़ देना न्याय संगत नहीं है। सांचौर जिला बनाया उसका हमें कोई विरोध नहीं है पर रामलुभाया कमेटी के किसी भी सदस्य ने रानीवाड़ा क्षेत्र के लोगों को जनप्रतिनिधि वर्तमान या पूर्व जनप्रतिनिधियों से राय तक नहीं ली गई ऐसा ही जिले की सीमांकन करते वक्त सरकार द्वारा नियुक्त किसी प्रशासन अधिकारी ने भी रानीवाड़ा आकर किसी से रायशुमारी नहीं की ओर न ही जनसुनवाई के तहत कोई केम्प लगाया। धरनार्थीयों ने कहा कि किसी ढाणी गांव की भी सीमा निर्धारित की जाती है तब क्षेत्रवासीयों से रायशुमारी की जाती है एवं सरकार द्वारा आपत्ति के लिए विज्ञापन दिया जाता है मगर रानीवाड़ा क्षेत्र को सांचौर जिला मे आनन फानन मे जोड़ देना क्षेत्र की जनता के साथ घोर अन्याय है। समाज सेवी छगनसिंह देवल ने कहा कि रानीवाड़ा क्षेत्र की जनता सांचोर जिले में रहने के लिए कतई तैयार नहीं है। भीनमाल को जिला बनाकर रानीवाड़ा क्षेत्र को उसमें जोड़ा जाए या फिर रानीवाड़ा क्षेत्र को यथावत् जालोर जिले में ही रखा जाए। इस मौके पर सोमाराम चौधरी, मुकेश कुमार खण्डेलवाल, सीए प्रवीण माली, छैलसिंह सोलंकी, देरावरसिंह देवड़ा, छगनसिह देवल, भंवराराम माली, रतनाराम चौधरी, महीपाल चौधरी, गणेश लोरा, परिक्षित पाण्डेय, प्रभु राम चौधरी, पारुदेवी देवासी, अन्तरीदेवी राणा, जोसना देवी, कोकू देवी कोट, पुराराम भाट, भगाराम डागरी, रफिक खान, सीता देवी सेन, वागाराम मेघवाल, अशोक कुमार माली, भीखाराम देवासी सहित सैकड़ों धरनार्थी उपस्थित थे। अनिश्चित कालीन के 32वें दिन धरनार्थीयों ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर रानीवाड़ा को सांचौर जिले में जोडऩे का विरोध जताते हुए भीनमाल को जिला बनाकर रानीवाड़ा को इसमें जोडऩे या रानीवाड़ा क्षेत्र को जालोर जिले में यथावत् रखने की मांग की गई।


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